इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भरता और दिमाग की क्षमता
क्या होता है ज्यादा इन्टरनेट प्रयोग से
जैसे सामान्य गणना करने के लिए कैलकुलेटर पर निर्भर होने पर हमारी गणना और
हिसाब करने की क्षमता कम हो जाती है उसी प्रकार किसी भी जानकारी के लिए
गूगल जैसे ऑनलाइन खोज सेवा पर निर्भर हो जाने पर हमारी सीखने और खुद से
ज्ञान को सहेजने और प्रयोग करने की क्षमता भी कम हो जाती है|
क्यों होता है ऐसा
ऐसा इसलिए होता है क्यों कि हम किसी भी सूचना, जानकारी या समस्या के समाधान
के लिए अपने दिमाग का इस्तेमाल ना करके सीधे ही गूगल पर उसे खोजने के लिए
निकल पड़ते है, जिससे दिमाग कम इस्तेमाल के कारण धीरे धीरे आलसी होता जाता
है|
इसके अतिरिक्त यह मानसिकता भी बनती जाती है कि हम जब चाहें किसी भी जानकारी
हो गूगल पर आसानी से खोज सकते है, तो उस ज्ञान को स्वयंम सीखने की क्या
आवश्यकता है| इससे हमारी मौलिक रूप से सीखने और सोचने की शक्ति भी कम होती
जाती है|
ऐसा इसलिए भी होता है क्यों कि मानव स्वाभाविक रूप से मेहनत से बचने की
कोशिश करता है, और गूगल खोज और मोबाइल इंटरनेट के माध्यम से उसे बहुत से
दिमागी कार्यों और चिंतन से बचने का मौका मिल जाता है|
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